औरैया: नगर पंचायत फफूंद मैं सरकारी जगह पर आला अधिकारियों के मिलीभगत से कराया जा रहा है गलत तरीके से कब्जा अब देखना होगा ।
योगी सरकार की भ्रष्ट अधिकारियों पर पड़ती है नजर या नहीं व अधिकारियों पर करते हैं कार्रवाई या फिर सरकार के लोग ही हैं इस खेल मैं संलिप्त जो जमीनों कई बार टीम गठित कर पैमाइश कराई गई पैमाइश के द्वारा जो लेखपाल व कानूनगो के द्वारा उस जमीन को सरकारी जमीन दिखाया गया पूर्व में भी रहे अधिकारी के द्वारा जांच करने पर जमीन को नांजेदिव ही पाया गया था जिसमें दो 2 साल से सरकारी जमीन पर बनाए गए मकान पर लोग नहीं डरा पाए थे लेंटर आज आखिर ऐसा क्या हुआ जो अचानक से ही सरकारी जमीनों पर होने लगा है कब्जा अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद भी अधिकारी बने हुए मूकदर्शक बड़े ही शर्म की बात है कि छोटा सा नगर होने के बाबजूद अभी भी कोई भी विकास कार्यों पर किसी की क्यों नहीं पड़ती है नजर जब भी सरकार के द्वारा मांगी जाती है विकास कार्यों के लिए जमीन तो बता दिया जाता है कि नगर पंचायत के अंतर्गत कोई भूमि खाली ही नहीं है आज माता रानी गेस्ट हाउस के सामने 49 डिसमिल जमीन निकल रही है जिस पर भू माफियाओं की बनी हुई है नजर जल्द ही उन पर की जाएगी प्लाटिंग जहां पर योगी सरकार की मंशा है कि नगर व शहर में जो भी सरकारी जमीन पड़ी हुई हैं उनको सुनिश्चित कर खाका तैयार करके नगर पंचायतों में दर्ज कराई जाएं मार्च में ही सदर एसडीएम साहब को मैंने अवगत कराया था कि यह जमीन सरकारी है एसडीएम साहब ने कई लेखपालों के द्वारा नगर पंचायत आधशासी अधिकारी को आदेश दिया था जल्द ही इसको पैमाइश कर सरकारी जमीन में बाउंड्री या तार की बैरिकेडिंग कराना अनिवार्य है। सरकार के अनुरूप औरैया जिले के अधिकारी काम करने में नहीं है सक्षम।
ब्यूरो रिपोर्ट - लक्ष्यसीमा न्यूज।
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